नमस्कार दोस्तों ग्वार की फसल एक ऐसी फसल है जिसने करीब एक दशक पहले मार्केट में धमाल मचा दिया. बहुत से किसानो ने उस समय 30 हजार से ऊपर के भाव भी लिए और यही वो समय था जब ग्वार के किसानो में ग्वार के प्रति एक अलग ही उम्मीद जगी. एक वहा समय था और एक आज का समय है वही ग्वार के किसान आज भी ग्वार के अछे भाव का इन्तजार कर रहे है और ग्वार का भाव आज मार्केट में लगभग 5 हजार रु/क्विंटल के भाव चल रहा है.
भारत में ग्वार और इससे बनने वाले ग्वार गम का महत्व कृषि और उद्योग दोनों में ही बहुत खास है। यह न केवल किसानों के लिए लाभदायक फसल है, बल्कि वैश्विक बाजार में इसकी जबरदस्त मांग ने इसे एक महत्वपूर्ण निर्यात उत्पाद बना दिया है। पिछले कुछ समय से ग्वार गम के बाजार में मंदी देखी जा रही है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अब इसकी कीमत में सुधार का समय आ गया है।
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ग्वार का भाव कब बढेगा
दोस्तो ग्वार का उत्पादन मुख्य रूप से राजस्थान, गुजरात और हरियाणा में होता है। इसमें राजस्थान सबसे आगे है, क्योंकि यहां की जलवायु और मिट्टी ग्वार के लिए सबसे अनुकूल मानी जाती है। जोधपुर, बीकानेर और चूरू जैसी मंडियां ग्वार की बड़ी मंडियों में गिनी जाती हैं। जहां देश का करीब 70-75% ग्वार उगाया जाता है। हालांकि, 2024 के खरीफ सीजन में ग्वार की बुआई के रकबे में कुछ कमी आई है, जिससे बाजार की स्थिति थोड़ी बदल गई है। आइए विस्तार से समझते हैं ग्वार की खेती, इसके उपयोग और बाजार की मौजूदा स्थिति के बारे में।
ग्वार मुख्य रूप से खरीफ की फसल है, जो भारत के शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में उगाई जाती है। यह फसल कम पानी और कठोर मिट्टी में अच्छी तरह से पनपती है, जिससे यह राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों के लिए उपयुक्त है। ग्वार गम पाउडर ग्वार के बीजों से तैयार किया जाता है, जिसका उपयोग विभिन्न उद्योगों में किया जाता है।
क्या रहेगा ग्वार का भविष्य
किसान साथियों आने वाले समय में ग्वार के भाव की बात करे तो अभी ग्वार के भाव में बड़ा फेरबदल होने की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दे रही. ग्वार के भाव कितने बढ़ते है ये पूर्णता: मार्केट में ग्वार की डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता है.