नरमा की कीमतों में गिरावट, बढ़ सकती है मिलो की मांग, कहाँ तक जा सकते है भाव

अतुल गणात्रा ने बताया कि कपास की कीमतों में रिकवरी आई है। 500-1000 रुपए की बढ़ोतरी के साथ यह 53000-54000 रुपए प्रति कैंडी पर पहुंच गई है।
कॉटन कमोडिटी: कपास की कीमतों में गिरावट आई है। जिसके चलते मिलों की मांग बढ़ने की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक बाजार को और गिरावट की उम्मीद नहीं है। गुजरात के किसान धीरे-धीरे फसल को बाजार में ला रहे हैं। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक कपास की कीमतों में गिरावट के चलते मांग बढ़ी है। कपास की कीमत गिरकर 53000 रुपए प्रति कैंडी पर आ गई है। सूत्रों के मुताबिक कपास की कीमतों में गिरावट के चलते मिलों में मांग बढ़ी है।

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आपको बता दें कि कम बुआई के बावजूद कीमतों में दबाव देखा जा रहा है। मंडियों में कपास की कीमत एमएसपी से नीचे पहुंच गई है। मंडियों में रोजाना 1.6 लाख गांठ की आवक हो रही है। सूत्रों के मुताबिक कपास मिलों की मांग में गिरावट आई है। सूत्रों के अनुसार, सीसीआई कपास की आवक का आधा हिस्सा खरीद रही है। सीसीआई एमएसपी पर कपास खरीद रही है। सूत्रों के अनुसार, कीमतों में गिरावट के कारण गुजरात के किसान फसल रोके हुए हैं। किसानों को कपास की कीमतों में तेजी की उम्मीद है। जिनर्स को महाराष्ट्र और कर्नाटक से आपूर्ति मिल रही है।