Business Idea: जीरे का बिजनेस आपके लिए साबित होगा हीरा! ऐसे कमाई करके कमाए अच्छा मुनाफा Jeera Ki Kheti

Business Idea: दोस्तों जीरा एक ऐसी फसल और एक ऐसा मसाला है जिसकी हमारे घर में हमारी रसोई में कहीं ना कहीं हमेशा जरूरत रहती है और आज के इस युग में लोग अपनी लाखों रुपए की नौकरी छोड़कर खेती की ओर कदम बढ़ा रहे हैं यदि आप भी खेती में नवाचार करके खेती से उत्तम कमाई करना चाहते हैं तो आज आपके लिए हम लेकर आए हैं ऐसा ही एक बिजनेस।

दोस्तों आज की पोस्ट में हम जिसकी बात करेंगे उसे चीज की डिमांड दिन महीने ही नहीं बल्कि साल तक बनी रहती है जी हां आज हम आपको बताएंगे जीरा की खेती के बारे में। आमतौर पर बात करें तो भारत के अंदर सभी घरों में सभी रसोई में जरा एक ऐसा मसला है जो की सभी अपनी रसोई के अंदर खाने में काम में लेते हैं। जीरा एक ऐसा मसला है जो सिर्फ रसोई में ही उपयोग नहीं होता बल्कि इसके अंदर बहुत सारे औषधीय और आयुर्वेदिक गुण भी पाए जाते हैं जिसकी वजह से इसकी डिमांड दोगुनी हो जाती है जीरे के बारे में आपको बताएं तो जीरे का पौधा जिसके लिए लगभग 30 से 35 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है और यह सुखी और रेतीली दोमट मिट्टी में भी आसानी से उगाया जा सकता है।

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Business Idea: जीरे की फसल की लाइफ की बात करें तो जीरे की फसल लगभग 110 से 115 दिन की होती है। जीरे के पौधे की ऊंचाई 20 से 50 सेंटीमीटर तक होती है और यह बिजनेस के तौर पर बहुत ही खास है भारत में जीरे की फसल के बारे में बात करें तो भारत में जीरे की फसल अक्टूबर से नवंबर तक बोई जाती है और फरवरी मार्च में काट ली जाती है और इसी के दौरान ताज फसल भी बाजार में पहुंच जाती है।

जीरे में कमाई

दोस्तों जीरे में कमाई की बात करें तो जीरे की खेती अच्छा मुनाफा देने वाली खेती होती है और अभी पिछले साल ही इसके भाव लगभग ₹50000 प्रति क्विंटल तक पहुंच चुके थे और आमतौर पर अगर जीरे के भाव की बात करें तो 22 से 25000 रुपए प्रति क्विंटल जीरे का आम भाव किस को मिल जाता है बिजनेस की नजर से देखें तो जीरे की खेती अच्छा खासा मुनाफा देने वाली खेती आपके लिए बन सकती है।

जीरे की खेती के लिए हल्की और दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती हैऔर ऐसी मिट्टी में जीरे की खेती को आसानी से किया भी जा सकता है ध्यान रखें की बुवाई से पहले खेत की जुताई वगैरा अच्छी तरह से खेत को तैयार कर लिया जाए और उसे खेत में खरपतवार की समस्या न हो। यदि खेत में खरपतवार उगता है तो उसे समय-समय पर खेत से निराई गुड़ाई कर निकाल लेना चाहिए।